स्वाइन फ्लू एक बेहद घातक बीमारी है। जो कई बार महामारी की तरह फेलता है और एक साथ सैकड़ों को अपना शिकार बना लेता है। यहां हम आपको आयुर्वेदिक और प्राकृतिक चिकित्सा से जुड़े कुछा घरेलू उपाय बता रहे हैं जो स्वाइन फ्लू में बेहद असरदार और कारगर होते हैं...
तुलसी - रोज सुबह उठकर 5 तुलसी की पत्तिया धोकर खाएं।
गिलोए- गिलोय देश भर में बहुतायत से मिलता है। गिलोय की एक फुट लंबी डाल का हिस्सा, तुलसी की पांच-छ: पत्तियों के साथ 15 मिनट तक उबालें। स्वाद के मुताबिक सेंधा नमक या मिश्री मिलाएं। कुनकुना होने पर इस काढ़े को पिएं। यह आपकी रोग प्रतिरोधक शक्ति को चमत्कारिक ढंग से बढ़ा देगा।
कपूर- महीने में एक या दो बार कपूर की गोली पानी के साथ निगल लें। बच्चों को केले अथवा उबले हुए आलू में मिलाकर दे सकते हैं। याद रखें कपूर रोज नहीं लेना है, मौसम में एक बार या महीने में एक या दो बार ले सकते हैं।
लहसुन - लहसुन की दो कलियां रोज सुबह खाली पेट कुनकुने पानी के साथ जरूर लें। इससे रोग प्रतिरोधक शक्ति में इजाफा होगा।
हल्दी- रात को सोते समय हल्दी का दूध अवश्य पिएं।
विशेष: किसी भी प्रकार की असावधानी और असुविधा से बचने के लिये आयुर्वेद के अनुभवी चिकित्सक से सलाह अवश्य लें।
तुलसी - रोज सुबह उठकर 5 तुलसी की पत्तिया धोकर खाएं।
गिलोए- गिलोय देश भर में बहुतायत से मिलता है। गिलोय की एक फुट लंबी डाल का हिस्सा, तुलसी की पांच-छ: पत्तियों के साथ 15 मिनट तक उबालें। स्वाद के मुताबिक सेंधा नमक या मिश्री मिलाएं। कुनकुना होने पर इस काढ़े को पिएं। यह आपकी रोग प्रतिरोधक शक्ति को चमत्कारिक ढंग से बढ़ा देगा।
कपूर- महीने में एक या दो बार कपूर की गोली पानी के साथ निगल लें। बच्चों को केले अथवा उबले हुए आलू में मिलाकर दे सकते हैं। याद रखें कपूर रोज नहीं लेना है, मौसम में एक बार या महीने में एक या दो बार ले सकते हैं।
लहसुन - लहसुन की दो कलियां रोज सुबह खाली पेट कुनकुने पानी के साथ जरूर लें। इससे रोग प्रतिरोधक शक्ति में इजाफा होगा।
हल्दी- रात को सोते समय हल्दी का दूध अवश्य पिएं।
विशेष: किसी भी प्रकार की असावधानी और असुविधा से बचने के लिये आयुर्वेद के अनुभवी चिकित्सक से सलाह अवश्य लें।
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