चांगेरी के पत्तों को अम्लपत्रिका भी कहा जाता है। इसके अलावा इसे त्रिपत्रिका और खट्टी बूटी भी कहा जाता है। इसके पत्ते का स्वाद खट्टापन लिये होता है। यह बारहमास पाई जाने वाली बूटी है। बड़ी और छोटी दोनों प्रकार की यह घास खेतों में खरपतवार की तरह उगती है। इसके पीले रंग के छोटे छोटे फूल होते हैं। चांगेरी बहुत से औषधीय गुणों से परिपूर्ण होती है। इसका आयुर्वेद में कई बीमारियों के इलाज के लिए इस्तेमाल किया जाता है। इसके पत्तों में कैरोटीन, कैल्शियम और ओक्सालेट्स जैसे तत्व भरपूर मात्रा में होते हैं। साथ ही यह विटामिन सी का भी अच्छा स्रोत है। लेकिन ध्यान रहें अगर आप गठिया और गाउट से संबंधित किसी भी बीमारी से ग्रस्त है तो इसके पत्तों के सेवन से बचें। आइए इसके स्वास्थ्य लाभों के बारे में जानकारी लेते हैं।
मस्से दूर करने में मददगार
चांगेरी के पत्तों को मस्से दूर करने के लिए उपयोग किया जा सकता है। इन पत्तों के एंटी-फंगल, एंटी माइक्रोबियल, और हीलिंग गुणों के कारण यह मस्से को आसानी से दूर करता है। मस्से होने पर चांगेरी के पत्तों का पेस्ट बनाकर, उसमें पानी की कुछ बूंदें मिला लें। पेस्ट को प्रभावित हिस्से पर लगायें, कुछ मिनटों तक रगड़ें। इस उपाय को दिन में दो बार दोहरायें। अच्छे परिणाम के लिए आप इस पेस्ट में घी भी मिला सकते हैं।
पेट की समस्याओं में लाभकारी
अपने उत्तेजित और एस्ट्रिंजेंट गुणों के कारण यह आहार के प्रति अरुचि में सुधार करता है। चांगेरी के 8-10 पत्तों की कढ़ी बनाकर लेने से पाचनशक्ति (भोजन पचाने की क्रिया) ठीक होकर भूख बढ़ जाती है। पेचिश रोग में चांगेरी के पंचांग के रस में पीपल और उसके रस से चार गुना दही मिलाकर घी डालकर पका लेना चाहिए यह मिश्रण पेचिश के लिए लाभकारी होता है। इसके अलावा 40 से 60 ग्राम चांगेरी के पत्तों के काढ़े में भुनी हुई हींग और मुरब्बा मिलाकर सुबह-शाम रोगी को पिलाने से पेट दर्द ठीक हो जाता है।
सिरदर्द में फायदेमंद
अगर आप सिरदर्द की समस्या से परेशान है तो चांगेरी के पत्ते के दर्द दूर करने वाले गुण आपकी इस समस्या को दूर कर सकते हैं। समस्या होने पर चांगेरी के रस और प्याज के रस को बराबर मात्रा में मिलाकर सिर पर लेप करने से सिरदर्द दूर हो जाता है।
दांतों को मजबूत बनाये
दांतों के मजबूती के लिए आप चांगेरी, लौंग, हल्दी, सेंधा नमक और फिटकरी को बराबर मात्रा में मिलाकर बारीक पाउडर बना लें। फिर इससे नियमित रूप से मंजन करें। इससे मसूड़े मजबूत होंगे। अगर आपके मसूड़ों से पस आ रहा है तो चांगेरी के पत्तों के रस से मसूड़ों की मालिश करें या फिर इसके पत्तों के रस में फिटकरी मिलाकर कुल्ले करें। इसके अलावा चांगेरी के 2-3 पत्तों को मुंह में पान की तरह रखने से मुंह की दुर्गंध मिट जाती है।
त्वचा के लिए भी फायदेमंद
चांगेरी के पत्ते त्वचा के लिए भी बहुत लाभकारी है। अगर आप चेहरे पर आने वाली झुर्रियों को दूर करना चाहती हैं तो चांगेरी के पत्तों के रस में सफेद चंदन घिसकर नियमित रूप से चेहरे पर लगाये। इस उपाय से झुर्रियां दूर और आपकी त्वचा स्वस्थ हो जायेगी।
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