किसी को भी आकर्षित करने के लिए अच्छे व्यवहार के साथ आपकी सुंदरता काफी महत्व रखती है। सुंदरता के लिए जरूरी है कि आपकी त्वचा स्वस्थ और चमकदार हो। चेहरा आकर्षक बनाने के लिए हंसासन श्रेष्ठ उपाय है।
हंसासन की विधि
किसी साफ-स्वच्छ वातावरण वाले स्थान पर कंबल बिछाकर घुटनों के बल बैठ जाएं। फिर दोनों हाथों को सामने जमीन पर टिकाकर रखें। अंगुलियों को आगे की ओर करके खोलकर रखें। दोनों हाथों के बीच दूरी रखें। घुटनों को तथा कोहनियों को मोड़कर पीछे की ओर ले जाएं। इसके बाद धीरे-धीरे सांस छोड़ते हुए दोनों हथेलियों पर जोड़ देकर अपने शरीर के पिछले भाग को ऊपर उठाएं तथा शरीर का पूरा भार हथेलियों पर रखकर संतुलन बनाएं। अब गर्दन को आगे की ओर झुकाकर शरीर का आकार पक्षी की तरह बनाएं। इस स्थिति में कुछ देर रुके। इस आसन को 2-3 बार करें। यह आसन कठिन होता है परंतु कुछ दिन नियमित करने के बाद यह सहज हो जाएगा। सांस सामान्य रखें।
हंसासन के लाभ-
इस आसन से हाथ व पैरों की मांसपेशियां मजबूत होती है तथा गर्दन का मोटापा कम होता है। इससे छाती मजबूत, पुष्ट व चौड़ा होता है तथा शरीर शक्तिशाली बनता है। इस आसन से चेहरे पर तेज, चमक तथा शरीर में स्फूर्ति व ताजगी आती है। नाड़ी-तंत्र सही रूप से काम करने लगता है, जिससे रक्त संचार तेज हो जाता है। यह पेट की चर्बी को कम कर मोटापे को घटाता है। इससे फेफड़े स्वच्छ एवं अधिक सक्रिय बने रहते हैं। हंसासन पेट दर्द, पीठ दर्द, कमर दर्द, पसली का दर्द जैसे कई रोगों में राहत प्रदान करता है।
हंसासन की विधि
किसी साफ-स्वच्छ वातावरण वाले स्थान पर कंबल बिछाकर घुटनों के बल बैठ जाएं। फिर दोनों हाथों को सामने जमीन पर टिकाकर रखें। अंगुलियों को आगे की ओर करके खोलकर रखें। दोनों हाथों के बीच दूरी रखें। घुटनों को तथा कोहनियों को मोड़कर पीछे की ओर ले जाएं। इसके बाद धीरे-धीरे सांस छोड़ते हुए दोनों हथेलियों पर जोड़ देकर अपने शरीर के पिछले भाग को ऊपर उठाएं तथा शरीर का पूरा भार हथेलियों पर रखकर संतुलन बनाएं। अब गर्दन को आगे की ओर झुकाकर शरीर का आकार पक्षी की तरह बनाएं। इस स्थिति में कुछ देर रुके। इस आसन को 2-3 बार करें। यह आसन कठिन होता है परंतु कुछ दिन नियमित करने के बाद यह सहज हो जाएगा। सांस सामान्य रखें।
हंसासन के लाभ-
इस आसन से हाथ व पैरों की मांसपेशियां मजबूत होती है तथा गर्दन का मोटापा कम होता है। इससे छाती मजबूत, पुष्ट व चौड़ा होता है तथा शरीर शक्तिशाली बनता है। इस आसन से चेहरे पर तेज, चमक तथा शरीर में स्फूर्ति व ताजगी आती है। नाड़ी-तंत्र सही रूप से काम करने लगता है, जिससे रक्त संचार तेज हो जाता है। यह पेट की चर्बी को कम कर मोटापे को घटाता है। इससे फेफड़े स्वच्छ एवं अधिक सक्रिय बने रहते हैं। हंसासन पेट दर्द, पीठ दर्द, कमर दर्द, पसली का दर्द जैसे कई रोगों में राहत प्रदान करता है।
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